गुरुवार, 6 जून 2013


अपने पैसों से खुदवायी नहर 
अपने पैसों से खुदवायी नहर
स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयास

धनबाद जिले के गोविंदपुर प्रखंड के महुबनी-1 ग्राम पंचायत मुखिया बागसुम बीवी पंचायत का सर्वांगीण विकास कर आदर्श पंचायत बनाना चाहती है. महिला सशक्तीकरण की दिशा में भी वह काम कर रही हैं. महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए वह महिलाओं को जागरूक करती हैं और स्वयं सहायता समूह बनाकर लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का काम कर रही हैं. विद्यालयों में शत-प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति हो, इसके लिए वह विद्यालयों का दौरा करती हैं. शिक्षकों को हिदायत देती हंै और अभिभावकों के बीच भी बैठक करती हंै. बागसुम बीवी झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारी व पूर्व मुखिया गुल्लू अंसारी की पत्नी हैं. मुखिया निर्वाचित होने के बाद उन्होंने 22 जरूरतमंदों को इंदिरा आवास योजना का लाभ दिलाया है. सभी जरूरतमंदों को इस योजना का लाभ मिले, इसके लिए पंचायत में सर्वे किया जा रहा है.

बोकारो जिले के चास प्रखंड की  पुंडरू पंचायत के मुखिया धीरेंद्र नाथ मिी अपने योगदान के लिए क्षेत्र में जाने
जाते हैं. जन सेवा के जज्बे के कारण प्रखंड के मुखिया के बीच इनकी खास पहचान है. 
इन्होंने 50 हजार रुपये के निजी खर्च पर गवाई नहर का पानी तुरीडीह पंचायत से पुंडरू पंचायत तक पहुंचा कर सुखाड़ की स्थिति में किसानों को राहत देने का काम किया. 60 वर्षीय श्री मिी ने ग्रामीणों के सहयोग से दिन-रात मेहनत कर वर्षो से बाधित नहर की  कुशटांड़ से  खुदाई कर पुंडरू तक पानी पहुंचाया. वर्षो से नहर का पानी केवल तुरीडीह तक ही पहुंचता था. अब इस पंचायत तक पानी पहुंचने से कुशटांड़, उगनहीर, आजाद नगर एवं पुंडरू गांव स्थित लगभग 300 एकड़ जमीन सिंचित हो रही है और लगभग दो हजार किसान परिवार लाभ पा रहे हैं.

देवरी प्रखंड में हुए विकास कार्य
गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड में कुल 27 पंचायत हैं. इनमें एक बरवाबाद पंचायत के मुखिया रामचंद्र वर्मा हैं.  वर्ष 1990 से श्री वर्मा सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं. इनकी समाज सेवा की भावना व किये गये कार्यो को ध्यान में रखकर ही लोगों ने इन्हें वर्ष 2010 के पंचायत चुनाव में अपना मुखिया चुना. बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से वर्ष 1999 में श्री वर्मा ने मंडरो में प्रस्तावित उच्च विद्यालय की स्थापना की थी. इस 

विद्यालय में आज 400 बच्चे  शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. 
मुखिया बनने के बाद इन्होंने विकास के कार्यो में तेजी लायी. गरीब मजदूरों को जागरूक कर उन्हें विकास कार्य से जोड़ा. किसानों को सिंचाई सुविधा मुहैया करायी. बरवाबाद पंचायत में सात किसान समूह का गठन कर बैंक से ¬ण भी दिलवाया. मुखिया श्री वर्मा प्रतिदिन क्षेत्र का भ्रमण करते हैं और लोगों की समस्याओं को सुनते हैं. मनरेगा योजना के तहत उन्होंने 20 सिंचाई कूप का निर्माण कराया. पुराने चापानलों की मरम्मत करायी और पुराने तालाबों का जीर्णोधार करने का काम भी किया. मुखिया श्री वर्मा का सपना है कि देवरी प्रखंड की बरवाबाद पंचायत जिले की मॉडल पंचायत बने.

(गिरिडीह से समशुल अंसारी)


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें