रविवार, 30 जून 2013

बड़े काम का डाकघर

सुरेंद्र मोहन
कों और फाइनांस कंपनियों के होने के बावजूद डाकघर का महत्व अब भी बरकरार है. चिियां आनी-जानी कम हुई तो डाकघर ने अपना चोला बदल लिया. अब यह ग्राहकों को मेल, पार्सल, मनी ट्रांसफर, बैंकिंग, इंश्योरेंस आदि सेवाएं उपलब्ध करा रहा है. इसके अलावा स्पीड पोस्ट, लॉजिस्टिक पोस्ट, डायरेक्ट पोस्ट, -पेमेंट, बिजनस पोस्ट, एक्सप्रेस पार्सल पोस्ट, -पोस्ट, आइएमओ, आइएमटीएस और मीडिया पोस्ट जैसी सेवाएं उपलब्ध हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में रुपयों के लेन-देन जमा-बचत के कार्यों के लिए भी डाकघर मुख्य भूमिका निभा रहा है. वृद्धों को पेंशन डाकघरों से ही प्राप्त होता है. इसके अलावा कई बचत योजनाएं चलायी जा रही हैं.

जबरा की 20 हजार आबादी के लिए बैंक है डाकघर
चतरा जिले के सिमरिया प्रखंड का जबरा डाकघर तीन पंचायत के करीब 20 हजार लोगों को बैंक की सुविधा मुहैया कर रहा है. जबरा, कसारी जिरावखुर्द के लोग हर रोज इस डाकघर से अच्छी संख्या में लेन-देन करते हैं. डाकघर में 1500 से अधिक खाताधारी हैं. यह डाकघर मनरेगा के मजदूरों को एक दिन में पचास हजार से अधिक रुपये का भुगतान कर चुका है. 56 गांव के मजदूरों का भुगतान यहां से होता है. इतना ही नहीं बाहर काम करने वाले मजदूर मनीऑडर के जरिये अपने घर पैसे भी भेजते हैं. हर माह मनीऑर्डर से एक से डेढ़ लाख रुपये यहां आता है. यह स्थिति तब है, जब इस पोस्टऑफिस के पास अपना भवन कार्यालय नहीं है. पोस्टऑफिस के बीपीएम हरिहर महतो कहते हैं कि चतरा से जबरा 25 किमी सिमरिया से जबरा 15 किमी है. बैंकों से पैसे ले जाने में हमेशा खतरा बना रहता है. सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं होने  के कारण जिस दिन पैसे लाते हैं, उसी दिन भुगतान भी कर देते हैं. हरिहर महतो वर्ष 1982 से बीपीएम का कार्य कर रहे हंै.

डाकघर बचत खाता
यहां महज 50 रुपये जमा कर खाता खोला जा सकता है. इस खाते में कभी भी रुपये निकाले जमा किये जा सकते हैं. एक दिसंबर 2011 से ऐसे खातों में जमा रुपयों पर चार प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज देने का प्रावधान है, अब चेक बुक की भी सुविधा है. सबसे जरूरी जानकारी यह है कि ऐसे खातों में जमा रुपयों पर मिलनेवाला ब्याज कर मुक्त होता है. इन खातों के जरिये कोई भी पेंशनभोगी मासिक पेंशन प्राप्त कर सकता है. सहकारी समिति, सहकारी बैंक अपनी राशि के भुगतान के लिए, वेतन भुगतान के लिए, सरकारी कर्मचारियों के लिए इस खाता में राशि जमा होती है. एक व्यक्ति के नाम से खाता हो तो वह अधिकतम एक लाख रुपये और संयुक्त हो तो अधिकतम दो लाख रुपये जमा किया जा सकता है. एक बार में अधिकतम एक लाख रुपये तक की निकासी की जा सकती है. साधारण चालू खाता में न्यूनतम 50 रुपये, जबकि चेक बुक सुविधायुक्त खाते में न्यूनतम 500 रुपये की राशि का होना जरूरी है.



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