गिरिडीह में सिंचाई के लिए नाला बनवाया
देवघर में मनरेगा योजनाएं लटकी
देवघर में मनरेगा योजनाएं लटकी
राज्य के अन्य क्षेत्रों की तरह देवघर में भी मनरेगा का हाल बुरा है. जिले के देवीपुर प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2011-12 के लिए स्वीकृत 1098 योजनाओं में से सिर्फ 280
योजनाएं ही पूरी हो पायी हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब दस माह में 280 योजनाएं पूरी हो सकीं, तो वैसे में 818 योजनाएं दो महीने से कम समय में भी पूरी हो सकेंगी? जारी वित्तीय वर्ष में मोरम की सड़क 62, कुआं की 820, मेड़बंदी की 68, नाला की एक, तालाब खुदाई की 121, तालाब जीर्णोद्धार की चार, बालू निकासी की एक योजनाएं मनरेगा में शामिल हैं. प्रखंड में निबंधित मनरेगा मजदूरों की संख्या 17436 है. जबकि मात्र 246 मजदूरों को ही 100 दिन कार्य उपलब्ध कराया जा सका है. प्रखंड प्रशासन मात्र 3.99 करोड़ रुपये ही खर्च कर सका.
मधुपुर में महिलाओं को हस्तशिल्प का प्रशिक्षण

देवघर जिले के मधुपुर की महिलाएं अब हस्तशिल्प में बेहतर कार्य कर सकेंगी. हाल में यहां की महिलाओं को हस्तशिल्प के लिए सक्रिय बनाने के लिए भारत सरकार के हस्तशिल्प विभाग की संबद्ध डिजाइनर आनंदिता साहा ने एक बैठक की. इसमें डिजाइन डेवलपमेंट की जानकारी दी गयी. साथ ही परिधान के चयन, कृत्रिम जारी, कढ़ाई, सिलाई आदि के संबंध में जानकारी दी गयी. इस योजना के तहत 160 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. हस्तशिल्प विभाग, जसीडीह के सहायक निदेशक एके मोहंती ने बताया कि मधुपुर कलस्टर के अंतर्गत 550 शिल्पकारों को शिल्प विकास योजना का लाभ मिलेगा.
समन्वय का पाठ पढ़ाया
गिरिडीह में सिंचाई के लिए नाला बनवाया
गिरिडीह जिले की 17 पंचायत वाले गावां प्रखंड में पंचायत चुनाव के बाद विकास कार्यो को बल मिला है. जन प्रतिनिधि बढ़-चढ़ कर विकास व सामाजिक कार्यो में भाग ले रहे हैं. हालांकि प्रखंड में कई मुखियों ने पंचायत स्तर पर बेहतर काम किया है, पर मालडा पंचायत के मुखिया दिनेश पांडेय का कार्य काफी सराहनीय रहा है. एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान आम जनता के करीब रहकर इन्होंने कई सामाजिक कार्यो का संपादन किया और पंचायत के गांवों का भ्रमण कर जनहित में कई कार्य किये. श्री पांडेय ने पंचायत क्षेत्र के महरको से गौढ़ा तक पैन (पक्की नाला) का निर्माण करवाया. यह कार्य इन्होंने स्थानीय ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर अपने खर्च पर करवाया. वहीं महरको गांव में अपने स्तर से जानवरों के लिए पेयजल की व्यवस्था करवायी. सरकारी स्तर पर मालडा मुसहरिया टोला के कस्तूरबा विद्यालय में भी पेयजल की किल्लत को देखते हुए चापानल लगवाया. मुखिया के प्रशिक्षण से लौटने के बाद इन्होंने पंचायत के सभी डीलरों व आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की एक बैठक कर व्यवस्था में सुधार लाने के उल्लेखनीय कार्य किये. इनके बेहतर कार्यो व मिलनसार स्वभाव को देख इन्हें मुखिया संघ का प्रखंड अध्यक्ष सर्वसम्मति से बनाया गया है. मुखिया संघ की बैठक का आयोजन करके इन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों को भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगाने का निर्देश दिया. कई बैठकों में बीडीओ को बुलाकर भी इनके कार्यप्रणाली व व्यवस्था में सुधार को कहा गया, इसका सार्थक परिणाम सामने आया. इसका अच्छा नतीजा भी आया व सरकारी स्तर पर सक्रियता तेज हुई. ये प्रतिदिन पंचायत भवन में बैठ कर ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होकर उसका समाधान निकालते हैं. इस तरह की बैठक में छोटे-मोटे विवादों का निबटारा भी होता है.
(गिरिडीह से विनोद पांडेय की रिपोर्ट)
खरसावां में बीटीएम से पैसा
खरसावां : गांवों में मनरेगा के तहत कार्य कर रहे मजदूरों को पैसा निकासी के लिए अब बैंक या पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी. अनपढ़ मजदूर भी अपने पंचायत मुख्यालय से ही एटीएम की तर्ज पर बायोमैट्रिक ट्रांजैक्शन मशीन (बीटीएम) के जरिये राशि की निकासी कर सकेंगे. सरकार की इस योजना का लाभ वृद्धावस्था व विधवा पेंशनधारियों को मिलेगा. पहले चरण में मनरेगा मजदूरों के साथ-साथ विधवा व वृद्धावस्था पेंशनधारियों को यह लाभ दिया जायेगा. मार्च तक हर पंचायत में यह सेवा शुरू होगी.
चैनपुर में नशा उन्मूलन अभियान
गुमला जिले के चैनपुर को आदर्श ग्राम पंचायत बनाने के लिए मुखिया एमरेंसिया कुजूर ने नयी पहल की है. उन्होंने कहा है कि जो लोग नशा का त्याग नहीं करेंगे या जिनके परिवार में हड़िया-दारू आदि का निर्माण होगा, वैसे लोगों का बीपीएल कार्ड नहीं बनाया जायेगा. प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रेम नगर कॉलोनी के वार्ड नंबर 11 में ग्रामीणों की बैठक में मुखिया ने यह घोषणा की. समाज के कई लोगों ने मुखिया के इस कदम की सराहना की है. मुखिया ने कहा है कि लकड़ी की कटाई करते हुए अगर कोई पकड़ा जायेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें