शुक्रवार, 28 जून 2013

आपका वाटर बैंक है तालाब

पानी को लेकर गांव के लोग शहर वालों से अधिक जागरूक हैं. इसके कारण भी हैं. गांव के लोगों की खेती-बारी पूरा जीवन पानी पर भी ही निर्भर होता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कैसे हम बेहतर ढंग से पानी के लिए व्यवस्था बनायें. इसलिए इस अंक में हम आपको तालाब खोदने के संबंध में जानकारी दे रहे हैं.

सामान्यत: तालाब दो प्रकार के होते हैं. जल रिसन तालाब जल संग्रहण तालाब. रिसन तालाब कम गहराई की मि˜ वाले क्षेत्र में बनाये जाते हैं. इसका पानी कुछ समय में रिस-रिस कर जमीन में चला जाता है और इससे आसपास की जमीन का जलस्तर बना रहता है. भले ही इसका सीधा उपयोग नहीं होता हो, लेकिन यह भूमिगत जल भंडार को समृद्ध बनाता है. जल भरण एकत्रीकरण तालाब गहरी चिकनी मि˜ वाले क्षेत्रों में बनाया जाता है. इसकी तलहटी में चिकनी मि˜ की अपरागम्य परत होने के कारण पानी के नीचली सतह में रिस कर जाने की संभावना कम रहती है. इसमें अधिक समय तक पानी भरा रहने के कारण इसका उपयोग सिंचाई पशुपालन में होता है.
तालाब के निर्माण के लिए आप अपने गांव या आसपास के क्षेत्र के सबसे निचले हिस्से को चुनें. स्थान को चुनने के समय इस बात का ध्यान रखें कि वहां बारिश का पानी आसानी से प्रवाहित हो सकता हो या फिर उसे वहां आसानी से ले जाया जा सके. तालाब निर्माण के लिए सबसे पहले सीमारेखा तय कर खुदाई करें और  खुदाई की गयी मि˜ को तालाब के चारों ओर एक मजबूत मेड़ के रूप में जमा कर रोलर द्वारा ठीक तरह से दबायें. तालाब को हमेशा तस्तरी नुमा आकृति में खोदें. इससे पानी जब तालाब में आता है, तो उसकी गति धीमी होती है, जिससे मि˜ का कटाव कम हो पाता है. तालाब के अंदर पानी जाने जरूरत से अधिक पानी को निकालने के लिए उचित प्रबंध करना चाहिए. ध्यान रखिए कि पानी जाने के लिए पानी की निकासी के लिए बनाये गये रास्ते बांधने की अच्छी व्यवस्था करें, ताकि मि˜ का कटाव नहीं हो सके. क्योंकि अगर मि˜ कटेगी तो पानी का बहाव निकासी तो गलत दिशा में होगा ही, साथ ही तालाब में गाद जमा होने से उसकी गहराई भी कम हो जायेगी. यह स्थिति आपके  आपकी फसलों के लिए अच्छी नहीं होगी. रास्ते को बांधने के लिए दो तरीके अपनाये जा सकते हैं. बेहतर यह होगा कि आप उस रास्ते के किनारेे कुछ फलदार पौधे लगायें. पौधे जब बड़े हो जायेंगे, तो उनकी जड़ें मि˜ के कटाव को रोकेंगी. दूसरा तरीका यह हो सकता है कि आप पत्थर, सीमेंट या किसी अन्य माध्यम से रास्ते को बांध दें. तालाब में मि˜ को आने से रोकने के लिए गि˜, बोल्डर, बालू आदि का फिल्टर भी बनाया जा सकता है. समय-समय पर फिल्टर को साफ भी करें. यह भी कोशिश करें कि तालाब अधिक से अधिक गहरा हो. इसके दो फायदे होंगे, एक तो आपकी जमीन तालाब निर्माण में कम लगेगी. दूसरी बात यह कि गहराई अधिक होने फैलाव कम होने से अपेक्षाकृत पानी भाप बन कर भी कम उड़ेगा.
बनाये गये तालाब की चौहद्दी को भी आप दो तरीके से बांध सकते हैं. एक सीमेंट  या पत्थर के सहारे. दूसरा उसके किनारे पेड़ लगाकरतालाब में कछुए या मछली डाल देंगे तो वे पानी को स्वच्छा रखेंगे. संभव हो तो यह भी ध्यान रखें कि तालाब की क्षमता आपके जिले या क्षेत्र में होने वाली अधिकतम बारिश से डेढ़ से दोगुणी हो. इससे अधिक पानी पड़ने से तालाब ध्वस्त नहीं होगा पानी भी अधिक से अधिक जमा होगा. गांव में आप निजी या कुछ लोगों के साथ मिलकर तालाब खोद सकते हैं. एक प्रयोग करके देखें, नतीजे अच्छे मिलेंगे.



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