<<प्रमोद कुमार>>
झारखंड के पंचायत सचिव भी बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं. इससे पंचायत स्तर पर होने वाले काम-काज ठप पड़ गये हैं. झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ के आान पर 12 सूत्री मांग को लेकर पंचायत सचिवों ने हड़ताल शुरू की है. हड़ताल के कारण गांव की सरकार पंगु हो गयी है. पंचायती राज व्यवस्था में पंचायत सेवकों को पंचायत सचिव की भूमिका निभाते हैं. मुखिया पंचायतों के अध्यक्ष होते हैं. ग्राम सभा द्वारा पारित योजनाओं का अनुमोदन मुखिया की अध्यक्षता में होने वाली पंचायत समिति की बैठकों में किया जाता है. सचिव के अभाव में पंचायतों में होने वाली बैठकें भी ठप पड़ गयी है. पंचायत स्तरीय समस्याओं का निराकरण पंचायत सचिवों को ही करना होता है. ग्राम सभा में पर्यवेक्षण का काम भी पंचायत सचिवों द्वारा ही किया जाता है. पंचायत स्तर पर सभी सरकारी योजनाओं का निगरानी पंचायत सचिव ही करते हैं. इनके हड़ताल पर रहने के कारण पंचायत स्तर पर सभी तरह की सरकारी योजनाओं का काम बंद हो गया है. वित्तीय वर्ष के अंत में पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने के कारण विभिन्न योजनाओं की राशि खर्च कर पाना भी मुश्किल हो जाएगा.
क्या है स्थिति
पिमी सिंहभूम में 216 पंचायत हैं. नियमानुसार 216 पंचायतों में पंचायत सेवक होनी चाहिए. लेकिन इस जिले में मात्र 126 पंचायत सचिव ही कार्यरत हैं. 90 पंचायत सचिवों का पद रिक्त रहने के कारण संबंधित पंचायतों का काम पंचायत सचिवों के अतिरिक्त प्रभार के भरोसे चल रहा है. इसी तरह 18 प्रखंडों में पंचायत पर्यवेक्षक का पद स्वीकृत है. सरकार ने पंचायत पर्यवेक्षकों को प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी घोषित कर दिया है. लेकिन इस जिले में मात्र 6 पंचायत पर्यवेक्षक ही पदस्थापित हैं. पंचायतों के कार्यों का अनुमोदन व पर्यवेक्षण इन्हीं पंचायत पर्यवेक्षकों द्वारा किया जाना है. जिले में एक-एक पर्यवेक्षक को तीन-तीन प्रखंडों का प्रभार दिया गया है. ऐसे में पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह अपनी पैर पर खड़ा नहीं हो पा रही है. पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने के कारण गांव की सरकार पंगु हो गयी है.
पंचायत सचिव के पद सोपान के आधार पर बिहार की तरह प्रथम एसीपी का भुगतान 5000 से 8000 के वेतनमान में करते हुए छठा वेतनमान की विसंगति दूर करना वमासिक वेतन भुगतान में आवंटन प्रथा समाप्त करना. एसपी का लाभ समय पर देना.
प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के पचास फीसदी रिक्त पदों पर वरीयता के आधार पर पंचायत सचिव को प्रोन्नति देना, इसके अनुसार प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी नियमावली में संशोधन करना, आरक्षित पदों पर सीधी नियुक्ति रद करते हुए पंचायत सचिवों को अविलंब प्रोन्नति देना.
छठा वेतन समिति द्वारा अनुशंसित परिवहन भत्ता, एलटीसी लागू करना.
सेवानिवृति के दिन ही पंचायत सचिवों को पंचायत कार्यालय में देय पावना का सारा भुगतान करना. समय पर मासिक वेतन का भुगतान करना.
पंचायत सेवा संवर्ग का गठन. कार्य के अनुसार योग्यता का अपग्रेडेशन.
एक से अधिक पंचायत का प्रभार देने पर अतिरिक्त प्रति पंचायत वेतन का 20 फीसदी भत्ता स्वीकृत करना.
मनरेगा योजना का कार्यान्वयन का संपूर्ण प्रभार ग्राम रोजगार सेवकों को सौंपना.
पंचायत सचिव के रिक्त पद पर दलपति से सीधी नियुक्ति की प्रक्रिया बहाल करना, शत प्रतिशत पद पर पंचायत सचिवों की नियुक्ति, नव विभाजित जिलों के पंचायत सचिवों का कैडर विभाजन की कार्रवाई शीघ्र करना.
झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का 31 सूत्री मांगों की पूर्ति करना.
पंचायत सचिवों को जन्म-मृत्यु निबंधन कार्य के लिए प्रति माह एक हजार रुपये भत्ता स्वीकृत करना.
पंचायत कार्यालय में अभिलेख संपादन के लिए सहायक की नियुक्ति करना, पंचायत मुख्यालय में पंचायत भवन के अलावा आवासीय भवन की व्यवस्था करना.
संघीय पदाधिकारियों का स्थानांतरण पर सख्ती से रोक लगाना.
खरसावां प्रखंड के सीमला पंचायत की महिलाओं ने गांव को नशा मुक्त करने का बीड़ा उठाया है. गांव की महिलाओं ने नशाखोरी के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. मुखिया विशुलाल माझी की पहल पर गोंदपुर, गोपीडीह व बोरडीह की महिला समितियों ने बैठक कर गांव में शराब बनाने या बेचने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. गांव में शराब बेचने या शराब की चुलाई करने पर सीधे पुलिस के हवाले करने करने और जरूरत पड़ने पर सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला किया गाय है. इसका असर भी इन गांवों में दिखने लगा है. 170 परिवार वाले गोंदपुर, 95 परिवार वाले गोपीडीह व 65 परिवार वाले बोरडीह गांव में जहां शराब की बिक्री पूरी तरह से बंद हो गई है, वहीं शराब पीने वालों की संख्या में भी काफी कमी देखी जा रही है. गांव को नशामुक्त बनाने के इस अभियान में जीवन संगम महिला समिति, मां लक्ष्मी महिला समिति व मां यात्रागुटू महिला के सदस्यों के साथ-साथ मुखिया बिशु लाल माझी, वार्ड सदस्य अमर सिंह सुरेन, मोरा माझी, प्रेम लाल लौहार, राजेन महतो ने सक्रिय भूमिका निभाई है
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