![]() |
रांची के अनगड़ा प्रखंड की जोन्हा पंचायत के लेपसरा गांव के बरहकोचा टोले में पांच भारत निर्माण स्वयंसेवक परिवर्तन की नयी बयार ला रहे हैं. ये किसानों को उन्नत किस्म के बीच, जिससे कृषि ऊपज बेहतर हो व अच्छी आय हो, को तैयार करने के तरीके बता रहे हैं. ये किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करवा रहे हैं, साथ ही बीज को तैयार करने की तकनीक भी कृषि विज्ञान केंद्र के माध्मय से उपलब्ध करवा रहे हैं. इतना ही नहीं किसानों को भूमि परीक्षण करवा कर ही खेती करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. ताकि उर्वरकों को गलत व बेवजह उपयोग नहीं हो व भूमि की उर्वरता भी बनी रहे. ये किसानों में थोड़ी-बहुत वैज्ञानिक समझ विकसित करना चाहते हैं. इसके अलावा रामकृष्ण मिशन आश्रम, मोराबादी, रांची के सहयोग से शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों के पोषण के लिए भी इनके द्वारा एक प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत 250 एमएल दूध, दो प्रोटिन से भरपूर बिस्कुट व अन्य पोषक आहार बच्चों को दिये जाते हैं. इस कार्याकताओं की मदद से ग्रामीणों के लिए महीने में एक बार मुफ्त स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा ग्रामीणों के लिए हर दिन शाम में आध्यात्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है. इसमें रामायण, महाभारत व रामकृष्ण कथामृत का पाठ किया जाता है.
पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद झारखंड के दूर दराज के ग्रामीण अंचलों में कई अच्छे काम हो रहे हैं. बोकारो जिले की कसमार पंचायत का प्रयास इसी बदलाव की एक कड़ी है. पंचायत पुराने व जटिल विवादों को बड़ी सहजता से सुलझा रही है. फैसले से दोनों पक्ष के लोग भी संतुष्ट नजर आते हैं. कसमार पंचायत के र्गी गांव निवासी शालीमार तिवारी व शेखावत अंसारी के बीच एक जमीन को लेकर एक दशक से विवाद चला आ रहा था. थाने में भी यह मामला सुलझ नहीं पाया. इसके बाद दोनों पक्षों ने पंचायत में यह मामला रखा. पंचायत बैठी और कुछ ही घंटों में विवाद का ऐसा हल निकाला, जिससे दोनों पक्ष संतुष्ट हो गये. इसी तरह कसमार के जूठन पांडेय व हृदय महतो के बीच भी करीब साल भर पहले मारपीट हुई थी. इसमें दोनों पक्ष के कई लोग घायल हुए थे. मामला थाना व फिर कोर्ट पहुंचा. इससे तनाव था. ऐसे में पंचायत के मुखिया अमरदीप महाराज ने इस मामले को कुछ ही घंटों में सुलझा दिया. अब पुराने विवाद भी पंचायत में ही निबटाये जा रहे हैं. लोग थाना-कचहरी के बजाय पंचायत पहुंच रहे हैं.
(बोकारो से दीपक सवाल की रिपोर्ट)
मेदिनीनगर के शाहपुर दक्षिणी पंचायत की मुखिया नगमा शाहीन ने मुखिया चुने जाने के बाद कई अच्छे काम किये हैं. एक साल के दौरान उन्होंने दो गरीब लड़कियों की शादी में मदद की. गरीब व्यक्ति की मौत पर पैसे नहीं रहने की स्थिति में अंतिम संस्कार के लिए पैसे भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है. वे पंचायत में सेवा भाव का निर्माण करने में जुटी हैं. अपने पति नेजामुद्दीन सिद्दीकी के सहयोग से उन्होंने 17 दिनों में सभी नालियों की सफाई भी करायी. पूर्व में गृहिणी रही नगमा शाहीन अब जन सरोकार को लेकर संघर्ष कर रही हैं.
नवडीहा मुखिया मौलाना शोएब ने पांच नये चापानल का निर्माण कराया है. चार तालाब में काम चल रहा है. पांच कुआं का निर्माण भी पेयजल के लिए चल रहा है. पंचायत भवन नहीं होने के कारण काम में दिक्कतें हो रही है
इनका कहना है-कृषि, शिक्षा व गांव में सड़क प्राथमिकता है.
वहीं कुमरीडोबा के मुखिया अंबिका प्रसाद सिंह मनरेगा से छह नये कूप का निर्माण और चार तालाब का निर्माण कराया है. 18 चापानल की मरम्मत कराने के साथ तीन नये चापानल लगाये गये हंै. मनरेगा से सड़क निर्माण कार्य करा रहे हैं. बीपीएल सूची में सुधार कराने की कोशिश की, ताकि वास्तविक गरीबों को लाभ मिल सके.
खूंटी में खुलेगा तकनीकी विश्वविद्यालय
खूंटी जिले के जलटंडा, चेरवादाग व पड़गांव की सीमा पर तकनीकी विश्वविद्यालय स्थापित किया जायेगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने 200 एकड़ भूमि भी चि?ित कर ली है. स्थानीय लोग विश्वविद्यालय खोले जाने की खबर से खुश हैं. चि?ित की गयी 200 एकड़ भूमि में 185 एकड़ रैयत भूमि है, जबकि 15 एकड़ गैरमजरूआ भूमि है. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से मंजूरी मिलने पर भूमि अधिग्रहण व मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
मनरेगा के लिए किया बेहतर काम
बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड की पतकी पंचायत के मुखिया नारायण गंझू भीड़ में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं. पंचायत क्षेत्र में मनरेगा कार्यो को व्यवस्थित करने में जुटे हैं. मनरेगा के कार्यो से मजदूरों को जोड़ने व मजदूरी दिलाने की दिशा में उनके कार्यो की चर्चा पूरे प्रखंड में होती है. 26 वर्षीय गंझू इंटर उत्तीर्ण हैं. मनरेगा के तहत विभिन्न कार्यो को कराने, ढाई सै से अधिक मजदूरों को काम में लगाने तथा सप्ताह में मजदूरी भुगतान निश्चित करने की दिशा मे कदम उठाया. उनके प्रयासों के परिणाम स्वरूप मनरेगा का काम इस पंचायत में सफल दिखाई दे रहा है. योजनाएं पूरी होने से आमलोगों को तो लाभ हो ही रहा है, साथ ही मजदूरों को भी रोजगार मिला रहा है. बीडीओ अलय कुमार रजक भी श्री गंझू के कार्यो की प्रशंसा सार्वजनिक तौर पर कर चुके हैं. गंझू आसपास की पंचायतों के अन्य मुखिया के लिए प्रेरक बन गये हैं. उनकी योजना पंचायत को विकसित व आदर्श बनाने की है.
लखोरिया में उपमुखिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
पंचातय निकायों में लोकतंत्र की ताकत का अंदाज इस बात से लगा सकते हैं कि कार्य प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं होने पर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने लगा है. ऐसा ही एक वाकया देवघर जिले के सारवां प्रखंड की लखोरिया पंचायत में हुआ. पंचायत के उपमुखिया विनोद यादव के कार्य प्रदर्शन से कई वार्ड सदस्य नाराज हैं. इस मुद्दे पर पंचायत भवन में हाल में मुखिया राम किशोर देव की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें पंचायती राज पदाधिकारी विपिन प्रसाद सिंह भी उपस्थित हुए. बैठक में छह वार्ड सदस्यों ने उपमुखिया की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी प्रकट की व पंचायत राज पदाधिकारी को अविश्वास प्रस्ताव की प्रति दी. नाराज वार्ड सदस्यों ने उपमुखिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पंचायती राज पदाधिकारी ने वरीय अधिकारियों से बात कर इस संबंध में प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें