बुधवार, 26 जून 2013

सुबह-सवेरे थकान वजह क्या है?

कभी मजबूत दम-खम वाली झारखंड की महिलाएं अब सुबह-सवेरे भी थकान महसूस करने लगी हैं. दोपहर होते-होते उनका शरीर निढाल हो जाता है. अधिकतर औरतें समझ नहीं पाती कि इसका कारण क्या है. मगर इस हालत की एक बड़ी वजह उनके खून में हीमोग्लोबिन की कमी है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक अपने राज्य की तीन चौथाई (76.6 प्रतिशत) महिलाएं एनीमिक हैं, यानी उनके खून में हीमोग्लोबिन की कमी है. रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या घटने से हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है

अक्सर महिलाएं पूरे परिवार का देखभाल करती हैं, लेकिन खुद का केयर रखने में लापरवाही बरतती हैं. ट्राइबल एरिया में रहनेवाली महिलाओं में ऐसे मामले अधिक पाये जाते हैं. वहां शिक्षा की कमी इसका कारण है. महिलांए अक्सर नंगे पांव काम करती या घूमती फिरती हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग खुले में शौच के लिए नंगे पांव जाते हैं. पैर के तलवों के जरिये भी छोटे-छोटे कृमि शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं, जो शरीर के रक्त को चूस लेते हैं. फलों या सब्जियों को बिना ठीक से धोये खाने पर कई कीटाणु जीवाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. एनीमिया होने के कई कारण हो सकते हैं. संतुलित आहार की कमी, गलत खानपान, मासिक धर्म में अत्यधिक रक्तस्राव, ब्लड सेल्स का नष्ट होना, साफ-सफाई में कमी, आनुवांशिक आदि. महिलाएं ऐसा समझती हैं कि हम कुछ भी खाकर रह लेंगे. बासी खाना काफी नुकसानदेह होता है. समाज में लड़कियों की तुलना में लड़कों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, जबकि संतुलित आहार सभी के लिए जरूरी है. महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान ब्लड की कमी को दूर करने के लिए ऑयरन फोलिक एसिड की गोलियां दी जाती हैं. सक्षम महिलाएं भी जानकारी के अभाव में या लापरवाही के कारण पौष्टिक संतुलित आहार नहीं लेती हैं. स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना जरूरी है.
डा. शांति मंडल
(डीइओ, रिम्स)
गाइनोकॉलजिस्ट
एचइसी प्लांट हॉस्पिटल, धुर्वा, रांची.

एनीमिया के लक्षण
कमजोरी, त्वचा में पीलापन जाना, नाखूनों का खुरदरा होना, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन महसूस करना, हथेलियों तलवों का सुन्न या ठंडा पड़ जाना, श्वांस लेने में परेशानी, धड़कनों का तेज या अनियमित होना, सिरदर्द, मन का एकाग्रचित होना, उदास रहना, कोई काम करने में मन लगना, मासिक धर्म की अनियमितता, यौन इच्छा में कमी आना. हंसी मजाक से दूर रहना, दुर्बलता आदि भी एनीमिया के लक्षण हैं.

एनेमिया के प्रमुख कारण
रक्तस्राव
एक सामान्य महिला को पुरुषों की तुलना में एनीमिया होने का अधिक खतरा रहता है, क्योंकि महिलाओं के शरीर से अधिक मात्रा में रक्तस्राव होता है. रक्त के साथ ऑयरन, प्रोटीन और शरीर के लिए जरूरी अन्य पोषक तत्व भी शरीर से बाहर निकल जाते हैं. ऐसा प्रतिमाह महिलाओं को होनेवाली मासिक धर्म के कारण
होता है.
खानपान
गलत खान पान, स्नैक्स और फास्ट फूड, आधा-अधूरा ही खाना. शरीर के लिए जरूरी विटामिन और मिनरलों में विटामिन , बी2, बी6, बी12 और प्रोटीन की मात्रा के दोषपूर्ण हो जाने से एनेमिया हो सकता है. शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में अनियमितता लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करती और उनकी संख्या को घटा देती हैं.
गर्भावस्था
गर्भ में पल-बढ़ रहे शिशु के स्वस्थ विकास के लिए अधिक रक्त की जरूरत होती है. ऐसे में यह संभव नहीं है कि मां के लिए अधिक रक्त का निर्माण हो पाये, इस कारण ब्लड की कमी होने पर महिलाओं को एनेमिया हो सकती है.
अन्य कारण
एनीमिया के अन्य कारणों में पेट में जोक होना और कोई पुरानी बीमारी जैसे एड्स, कैंसर, किडनी संबंधित रोग, काफी दिनों तक कैंसर का इलाज होना, आनुवांशिक (सिकल सेल एनेमिया या थालासेमिया) भी हैं.



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